*झूठे FIR के खिलाफ ग्राम सांकरा के सैकड़ो किसानों ने घेरा बेरला थाना, टीआई के निष्पक्ष कार्यवाही के आश्वासन के बाद लौटे घर*
बेरला: बीते 3 नवम्बर की रात को ग्राम सांकरा के आदर्श गौठान से 11 सांड( गोल्लर) को सरपंच के उपस्थिति में लोड कर कहा भेजा गया है इसका पता अभी तक नही चल पाया है
ग्रामीणों के बैठक में सरपंच भागिरती नेताम के बताया कि उनके उपस्थित में सांडो को ट्रक में लोड किया गया है, तथा मीडिया में भी भागिरती नेताम का बयान खूब वायरल हो रहा है जिसमे वह कह रहे है कि जब सांडो को लोड किया गया तो खुद भागिरती नेताम, मोहर्रिर, दो रखवार, गाड़ी वाले और देवदा के लोग उपस्थित थे।
इस बीच 21 दिसम्बर को सरपंच भागिरती नेताम के द्वारा सांकरा के किसान के खिलाफ झूठ मुकदमा दर्ज कर दिया गया है, जिसके बारे में जानने के बाद ग्राम सांकरा के किसान नौजवान बहुत ज्यादा आक्रोश में है उसी आक्रोश का नतीजा है कि 23 दिसम्बर को ग्राम सांकरा के ग्रामीणों द्वारा बेरला थाने में जाकर और सरपंच भागिरती नेताम के खिलाफ पशु अधिनियम व आपराधिक षणयंत्र का मामला दर्ज करने के लिए ग्रामीणों ने टीआई महोदय से अपराध दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया है।
इस मसले पर बात करते हुए ग्रामीण कमल साहू ने बताया कि सरपंच ने हम ग्रामीणों व किसान को बैठक और मीडिया के सामने बताया कि जब सांडो को ट्रक में लोड किया गया तो वह स्वयं उपस्थित था, फिर आज भागिरती नेताम ने क्यो निर्दोष किसान धनकर और देवांगन को फसाने का प्रयास किया है?
क्या सरपंच अपने आप को बचाने के लिए किसी भी निर्दोष ग्रामीण को गौ तस्करी में फसा सकता है क्या?
निष्पक्ष कार्यवाही व निर्दोषों के खिलाफ किये FIR को निरस्त किया जाएगा, निष्पक्ष जांच नही होने पर हम ग्रामीण आंदोलन का रास्ता इस्तेमाल करने को मजबूर होंगे।
पूर्व सरपंच प्रतिनिधि होलु राम साहू ने बताया कि इसने सत प्रतिशत गौठान समिति और भागिरती नेताम का हाथ है जिसके कारण अपने आप को बचाने के लिए सरपंच और गौठान समिति ने यह षणयंत्र रचा है जिससे आम किसान को फंसाया जा सके और अपने राजनीतिक और दुशमनी निकाला जा सके!
ग्रामीणों का कहना है कि अगर संतोष धनकर और भागवत देवांगन जी को झूठे केस में अगर कुछ भी होता है तो इसका जिम्मेदार भागिरती नेताम व उनके साथी होगा क्योंकि सरपंच ने अपने बयान में कही भी ये नही कहा है कि धनकर जी व देवांगन जी की इस मामले में कोई उल्लेख नही किया है, क्यो की *बोल छत्तीसगढ़* की मीडिया रिपोर्ट में सरपंच ने सिर्फ चार लोग होने की बात कही है, अब अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए किया है, जनपद निधि का 185000 का जो सीसी रोड मिला था उसका 70-70 हजार का दो क़िस्त सरपंच और तात्कालिक सचिव ने गबन कर दिया है, साथ ही सरपंच ने किसानों के बैठक में बताया कि उनके घर के पास जो सीसी रोड बना है उसमें खर्च 4 लाख बताया है जबकि सरपंच ने खुद बताया कि उसमें सिर्फ 2 लाख खर्च हुआ है और बाकी का 2 लाख कहा है उसका जवाब नही दिया जिसको छुपाने के लिए सरपंच ने अपने साथियों के साथ मिलकर यह षडयंत्र रचा है।
अगर राजनीतिक दबाव में निर्दोषों के खिलाफ कार्यवाही होता है हम ग्रामीण आंदोलन व मुख्यमंत्री के समक्ष सरपंच के मीडिया में दिए बयान को लेकर भेंट मुलाकात में जाएंगे बात रखेंगे।