*नालियों का गंदा पानी सड़क पर बहने से बीमारियों का खतरा व पाइप कनेक्शन के लिए सड़क व नालियों को तोड़ने से बन गई समस्या*
बेरला:- जनपद पंचायत बेरला अंचल क्षेत्र में आने वाले ग्राम मनियारी के वार्ड नंबर 4, 10 एवं 13 में ग्राम के गलियों का गंदा पानी सड़क में बह रहे है। जिसके चलते पूरे वर्ष कीचड़ युक्त गलियों की बदहाली देखने को मिलता है। वही ग्रामीणों के लिए बीमारियों व संक्रमण का खतरा हमेशा बना रहता है। ग्राम पंचायत मनियारी के सभी वार्डों के नालियों व सड़क की कूड़ा-करकट व कचरे की साफ सफाई के अभाव के चलते गलियों में गंदगी पसरा हुआ है। नल व घरों से निकलने वाली पानी नालियों में बहने के बजाय सड़को में फैलने से तालाब नुमा पानी की जमाव होने से गंदी व कीचड़ युक्त हो गए है। जिनके खामयाजा ग्रामीणों को पूरे वर्ष भर मजबूरी बन गए है। ग्राम की गलियों में नाली निर्माण के अभाव होने के कारण गन्दा पानी का जमाव जगह जगह भरा रहता है। पानी की जमाव लंबे समय से साफ-सफाई नहीं होने के कारण बीमारियों जैसे संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है। साथ ही मच्छर पनप रहे है जिससे आय दिनों बीमारी फैलने का खतरा ग्रामीणों में भय का सामना करना पड़ रहा है।
*नल से निकल रही लीकेज पानी की सेवन कर ग्रामीणों के लिए डायरिया का बना खतरा*
लिहाज बेरला ब्लॉक के ग्राम मनियारी के लीला चौंक पर लगभग 35 सालों से बोर का पानी ग्रामीणों के जीवन का स्रोत बना हुआ है। इस बोर से पाइप लाइन के माध्यम से तीन चौंक पर पानी टँकी पर पानी पहुंचता है। जिसके बाद ग्रामीण महिलाएं सुबह-शाम दैनिक जीवन यापन के लिए उपयोग करते है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग साजा के अंतर्गत आने वाले ग्राम मनियारी में शासन प्रशासन की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत नल जल योजना से ग्राम मनियारी में रेट्रोफिटिंग से पाइप लाइन बिछाने के लिए गलियों के सड़क व नालियों को खोदा गया। जिसके कारण गलियों की दुर्दशा ही बिगड़ गई है। साथ ही नालियों की धज्जियाँ बिगाड़ दिया है। इससे गलियों की पानी नालियों में बहने के बजाय सड़को में बह रहे है। खोदने के दौरान सकड़ की बीचों बीच खोदे गए तो कहीं सड़क की किनारे व नालियों को तोड़ते हुए खोदे गए। जिनके कारण जमीन अंदर से पानी लीकेज हो रहे है। वही ग्रामीण महिलाएं महीनों से घर के लिए पानी भर कर ले जाया जाता है। उसके बाद उसी पानी के सेवन ग्रामीण करते आ रहे है। लोहे की पाइप टूटने से जमीन में दबे लोहे की जंग पाइप से लीकेज पानी को पी रहे है। इससे आय दिनों डायरिया फैलने की खतरा बना हुआ है। खामयाजा ग्रामीणों के लिए सबब बन गई है। ठेकेदार की लापरवाही के चलते नियम व लेआउट एवं माप दण्ड को दरकिनार कर खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई है। उसके बाद अधूरा काम कर छोड़ कर चले गए है। बता दें कि पीएचई साजा एवं बेमेतरा जिला समीप अंतर जिला कवर्धा में डायरिया की बीमारी से ग्रसित हुए थे। जिससे क्षेत्र में कॉफी खतरा फैल गई थी।