*■शिवनाथ नदी के बाढ़ में बह गया धमधा के सगनी घाट में निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर, घटना से जिम्मेदारों ने झाड़ा पल्ला, पीडब्ल्यूडी सम्बद्ध सेतु संभाग की घटिया निर्माण शैली की खुली पोल■*
✍🏻मुदस्सर मोहम्मद
*दुर्ग:-* दुर्ग जिले से बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहाँ शिवनाथ नदी के सगनी घाट पर बनाए जा रहे ब्रिज के स्ट्रक्चर बहने के बाद उसी दिन अरसनारा में पुल का निर्माणाधीन ढांचा बह गया। गनीमत ये रही कि घटना के दौरान वहां पर कोई मौजूद नहीं था। घटना का वीडियो सामने आया था। दोनों ही निर्माणाधीन पुल पर लोगों को जाने से रोकने के लिए सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए थे।
पीडब्ल्यूडी सेतु विभाग और ठेकेदार की ये लापरवाही लोगों की जान भी ले सकती थी। जब इस मामले में एक मीडिया ने कार्यपालन अभियंता से बात की तो वे इसे सामान्य घटना बताकर पल्ला झाड़ते नजर आए।
सगनी घाट और सिल्ली गांव को जोड़ने वाले मार्ग में शिवनाथ नदी पर में 16.40 करोड़ की लागत से ब्रिज बनाया जा रहा है। निर्माणाधीन 400 मीटर लंबे इस पुल में लोगों को जाने से रोकने के लिए किसी प्रकार की कोई बैरिकेडिंग या सुरक्षा के उपाए नहीं किए गए थे। अमर इंफ्रा स्ट्रक्चर के ठेकेदार नरेंद्र राठी दुर्ग के ही रहने वाले है।
ग्रामीणों और वहां काम कर रहे कर्मचारियों की माने तो निर्माण को देखने के लिए ठेकेदार और कार्यपालन अभियंता आते ही नहीं है। ब्रिज का निर्माण केवल एक मुंशी के भरोसे चल रहा है। इसके चलते ही पिछले साल इसी ब्रिज से एक युवक शिवनाथ नदी में गिर गया था और उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद भी ठेकेदार और अधिकारियों की आंख नहीं खुली अब तक सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए।
अरसनारा में दो गांव को जोड़ने के लिए कई करोड़ की लागत से शिवनाथ नदी पर पीडब्ल्यूडी सेतु निगम एक हाई एप्रोच ब्रिज का निर्माण कर रहा था। घटिया निर्माण के चलते इस ब्रिज का स्ट्रक्चर बनाने के लिए की गई सेंटरिंग भी बुधवार को बह गई।