कबीरधाम विशेष

कृषि विज्ञान केन्द्र में अक्ती तिहार एवं माटी पूजन कार्यक्रम का किया गया आयोजन

कृषि विज्ञान केन्द्र में अक्ती तिहार एवं माटी पूजन कार्यक्रम का किया गया आयोजन

कवर्धा, 24 अप्रैल 2023। कृषि विज्ञान केन्द्र एवं संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा के संयुक्त तत्वाधान में अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा प्रक्षेत्र नेवारी में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पण्डरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर एवं अध्यक्षता संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा के अधिष्ठाता डॉ. एच. सी. नन्दा, विशिष्ट अतिथि श्री रूपेन्द्र वर्मा, श्री राजेन्द्र मारकण्डे, श्री पालेश्वर चंद्रवंशी की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत सर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा अक्ती त्यौहार के अवसर पर सर्वप्रथम विधि विधान से माटी पूजन कर किया गया। उन्होंने हल चलाकर बीज बुआई भी की साथ-साथ वृक्षारोपण भी किया गया। अतिथियों ने कृषि विज्ञान केन्द्र में स्थापित समन्वित कृषि प्रणाली का भ्रमण किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा दिए गए संदेश का प्रसारण किया गया। पंडरिया विधायक श्रीमती चंद्राकर ने कहा कि इसका प्रमुख उद्देश्य हमारी माटी के प्रति कृतज्ञता दर्शाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश के सभी जिलों में किया जा रहा है। यह छत्तीसगढ़ी विशेषता से जुड़ी पर्व है इस अवसर पर किसान सर्वप्रथम खेती करने का शुरूआत करते है। उन्होने कहा कि हमे पुनः प्राकृतिक खेती को अपनाने की जरूरत है, क्योंकि लगातार रासायनिक खेती के कारण भूमि, वायु, जल प्रदुषण बढ़ता जा रहा है। उन्होंने गौठानों में संचालित विभिन्न कार्यो के लिए गौठान समितियों, स्वसहायता समूहों के सदस्यों के द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यो की सराहना की। उन्होने शासन द्वारा किसानों के हित में चलाये जा रहे राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना आदि के संबंध में बताया। डॉ. एच. सी. नन्दा, अधिष्ठाता, संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अक्ती तिहार के संबंध में अवगत कराया एवं बीज के संबंध में जानकारी दी।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी.पी. त्रिपाठी ने स्वागत उदबोधन दिया एवं कहा कि अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर होने की एक दिशा प्रदान करती है। प्राकृतिक खेती से बाहरी आदानो पर किसानों की निर्भरता को कम करने, खेती की लागत कम करने और किसानों की आय बढ़ाने का एक आशाजनक साधन है। सरकार पारंपरिक स्वदेशी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना की उपयोजना के रूप में भारतीय प्राकृतिक खेती प्रणाली को बढ़ावा दे रही है। इस अवसर पर पंडरिया विधायक द्वारा गौठान ग्राम चुचरूंगपुर एवं झिरना के महिला स्वसहायता समूहों को वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदाय कर सम्मानित किया गया साथ ही जिले के 10 उत्कृष्ट कृषकों को कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा एवं संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा द्वारा उत्पादित धान, रागी, कोदो, अरहर बीज, बर्रे भाजी, धनिया बीज एवं फलदार पौधे आम, नींबू, अमरूद एवं सीताफल का वितरण किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र एवं संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा के अधिकारी-कर्मचारी एवं कृषि विभाग से सहायक संचालक कृषि श्री राकेश शर्मा, श्री अखिलेख दत्त दुबे तथा जिले के 100 से अधिक कृषकों एवं महिला स्व-सहायता समूहों के सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन श्री आर.एस. नाग, वैज्ञानिक, संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. चंद्रेश चंद्राकर, सहायक प्राध्यापक ने किया।

Abhitab Namdeo

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