*भगवान शिव मात्र पुराणिक देवता ही नहीं अपितु, पंच देवों में प्रधान अनाधि हैं पुष्पांजलि दीदी*
*मुख्य यजमान किसान नेता योगेश तिवारी व गिरीश गबेल भगवान शिव की विशेष आरती में हुए शामिल*
बेमेतरा/बेरला:- रूद्र महायज्ञ एवं शिव महापुराण की मंगलमय कथा के तृतीय दिवस मानस पुत्री पुष्पांजलि दीदी ने शिव कथा का वर्णन करते हुए हजारों सत्संग प्रेमी श्रोताओं से कहा कि शिव पुराण के प्रमुख सुप्रसिद्ध पुराण हैं। परम ब्रह्म परमेश्वर के शिव कल्याणकारी स्वरूप का तात्विक विवेचन रहस्य महिमा एवं उपासना का विस्तृत वर्णन किया। उन्होंने कहा भगवान शिव मात्र पुराणिक देवता ही नहीं अपितु शिव पंच देवों में प्रधान अनाधि सिद्ध परमेश्वर हैं। निगमागम आदि सभी शास्त्रों में महिमामंडित महादेव है। वेदों ने इस पर मतों को अत्यंत अजन्मा सबका कारण विश्व प्रपंच का सुयश पालक एवं संधारण का पालक एवं संहारक कहकर गुणगान किया। तीसरे दिन प्रसाद वितरण धनराज अनिल लोढ़ा बेरला द्वारा किया गया। कलकत्ता से आए कलाकारों के द्वारा झांकी का प्रस्तुतीकरण किया जा रहां है। जिससे आयोजन स्थल का माहौल भक्तिमय हो गया है। मुख्य यजमान किसान नेता योगेश तिवारी व गिरीश गबेल भगवान शिव की विशेष आरती में शामिल हुए।
शिव के जाप से भक्तों का जीवन बदल जाता है।
मानस पुत्री पुष्पांजलि कथा व्यास ने कहा धन के देवता शिव है। उनके खजांची कुबेर है। जो श्रद्धालु सुबह उठकर 108 बार ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करके एक लोटा जल चढाता है एवं सोते समय 108 बार पंचाक्षर मंत्र का जाप कर सो जाता है व्यक्ति का जीवन बदल जाता है। इसी जीवन में अंत में दुर्लभ शिव लोक को प्राप्त होता है। उनके महामृत्युंजय जप से आई हुई मृत्यु टल जाती है एवं कठिन रोगों का नाश होता है। कलकत्ता से आये फ़िल्मी कलाकारों के द्वारा झांकी का प्रस्तुतीकरण किया जा रहां है उसे माहौल पुरा धार्मिक हो गया है।
कथा सुनने पहुंच रहे हजारों भक्तों
कथा स्थल पर डॉक्टर संदीप पटेल की ओर से आयोजन स्थल पर, निशुल्क जनरल चेकअप आयुर्वेदिक होम्योपैथिक एलोपैथिक फिजियोथैरेपी सुविधाएं दी जा रही है। कथा पंडाल में व्यासपीठ को नमन करने के लिए आज प्रमुख रूप से नूतन शर्मा निखिल जैन, कुलदीप जोशी, बलराम वर्मा, डॉ संदीप पटेल, राजेश चंदेल, भागवत ठाकुर, डिकेन्द्र साहू दिलीप निषाद, अश्वनी साहू, मनीष शर्मा, कृष्णानंद महाराज, अशोक शर्मा, बलदाऊ प्रसाद शर्मा, कुलदीप जोशी, नूतन शर्मा, ओमप्रकाश सिन्हा, चेतन सिंह चंदेल, मेघनाथ साहू, सरजू यादव, पांडू राम कुंजाम समेत हजारों भक्तों ने कथा श्रवण किया।