*गिरदावरी कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए ही गिरदावरी का किया जा रहा सत्यापन: कलेक्टर शर्मा*
बेमेतरा:- खरीफ फसल 2024-25 में किसानों द्वारा लगाए धान फसल की वास्तविक गिरदावरी संबंधित पटवारियों के माध्यम से किया। अब छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में अधिकारियों द्वारा गिरदावरी सत्यापन का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बेमेतरा जिले के विकासखंड बेरला के ग्राम आनंदगांव में किसान सुखू एवं अन्न के खेत में लगायी गयी धान फसल का गिरदावरी का सत्यापन किया। उन्होंने कहा कि गिरदावरी कार्य में पारदर्शिता लाने के लिए ही गिरदावरी सत्यापन किया जा रहा है। इसके बाद राज्य से आने वाले अधिकारियों द्वारा भी द्वारा गिरदावरी के 2 प्रतिशत गिरदावरी सत्यापन किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि पटवारियों द्वारा संपादित वास्तविक गिरदावरी कार्यों को शत्-प्रतिशत शुद्ध करने के लिए गिरदावरी का सत्यापन के लिए जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों को अधिकृत किया गया है। ताकि किसी प्रकार की त्रुटि की गुंजाइश ना रहे। फसल गिरदावरी व फसल सत्यापन का कार्य जीपीएस आधारित मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से किया जा रहा है।
गिरदावरी सत्यापन की इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य फसल की स्थिति का वास्तविक आकलन करना है, ताकि किसानों को उचित समर्थन उपलब्ध कराया जा सके।
कलेक्टर शर्मा ने कहा कि गिरदावरी सत्यापन के तहत अधिकारियों द्वारा खेतों का दौरा किया जा रहा है, जहां वे फसल की गुणवत्ता, भूमि की स्थिति और उत्पादन की संभावनाओं का मूल्यांकन कर रहे है। इस सत्यापन प्रक्रिया से सरकार को वास्तविक डेटा प्राप्त होगा, जिससे कृषि नीतियों को सही दिशा में क्रियान्वित किया जा सकेगा। इस मौक़े पर अनुविभागीय अधिकारी ( राजस्व) बेरला पिंकी मन हर, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण निर्मल सिंह, सहित खाद्य विभाग के अधिकारी, तहसीदार और कॉपरेटिव सोसायटी के अधिकारी उपस्थित थे।
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ में खरीफ फसल 2024-25 का धान उपार्जन आगामी 14 नवंबर से शुरू होगा। उन्होंने धान खरीदी की सभी तैयारी समय रहते पूरा करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने इससे पहले प्रातः संयुक्त जिला कार्यालय भवन स्थित दृष्टि सभा कक्ष में धान उपार्जन 2024-25 की तैयारी के संबंध खाद्य विभाग के अधिकारियों की समीक्षा भी ली थी।