*बच्चों में होती है सीखने की अपार संभावनाएं : बीआरसी खोमलाल साहू*
बेरला:- जोन स्तरीय एफएलएन प्रशिक्षण का द्वितीय चरण 22 जून को विभिन्न जोनों, सेजस बेरला, भिंभौरी, देवरबीजा जोन में संपन्न हुआ। जिसमें सेजस बेरला के अंतर्गत 60 शिक्षक शिक्षिकाओं ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भिंभौरी के अंतर्गत 55 शिक्षक शिक्षकों ने एवं देवरबीजा के अंतर्गत 60 शिक्षक शिक्षकों ने चार दिवसीय प्रारंभिक भाषा शिक्षण के अंतर्गत प्रशिक्षण को संपन्न किया। जिसमें प्रशिक्षण से संबंधित विभिन्न गतिविधियों से मास्टर ट्रेनर के माध्यम से अवगत कराते हुए शिक्षण सत्र 24-25 में किस प्रकार से हम विद्यालय स्तर पर उन बच्चों की शिक्षा स्तर पर काम करें। इसके लिए विस्तार पूर्वक और गतिविधियों के माध्यम से समस्त प्रशिक्षणर्थो को समझाया गया। साथ ही साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विभिन्न नियम एवं इनके विद्यालय स्तर पर क्रियान्वयन हेतु विशेष क्लास भी संपन्न किया गया। क्योंकि नई शिक्षा नीति 2020 लागू होने के पश्चात समस्त बच्चों को इसी के अनुरूप शिक्षण अधिगम सामग्री एवं साथ ही इसी के अनुरूप पढ़ाई लिखाई हेतु विशेष जोर दिया जा रहा है। ताकि शिक्षक पुरानी परिपाटी को बदलते हुए नवीन अवधारणाओं के साथ और नवीन गतिविधियों के साथ इन बच्चों को एक नए भविष्य की ओर आगे ले सके। इसके लिए यह प्रशिक्षण बहुत ही कारगर सिद्ध हो रहा है सभी शिक्षक गतिविधि में सम्मिलित होने के साथ-साथ किस प्रकार से बच्चों को पठन कौशल, लेखन कौशल एवं गतिविधि कौशल में समस्याएं निर्मित होती है। इस पर विशेष प्रकार से अपने अनुभव साझा करते हैं। आगामी शिक्षण क्षेत्र में इसका किस प्रकार से परिणाम हमारे विद्यालय को प्राप्त हो हमारे बच्चों को प्राप्त हो इसके लिए सभी शिक्षकों द्वारा क्रमशः अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए गए। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2022 के फाउंडेशन स्टेज के अंतर्गत फाउंडेशन स्टेज एवं न्यूरोसी हेतु कक्षा पहली से लेकर तीसरी में भाषा गणित की पुस्तक एवं अभ्यास पुस्तिका एवं शिक्षक संदर्शिका जिसे प्रत्येक विद्यालय में वितरण कराया गया है। इसका नियमित और सही क्रिया करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश समस्त शिक्षकों को प्रदान करने के साथ-साथ सतत रूप से उसे पर कार्य करने हेतु उक्त प्रशिक्षण के माध्यम से उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के पश्चात शिक्षण प्रशिक्षण में प्राप्त होने वाले विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आने वाले समय में अपने विद्यालय में कार्य संपादित करते हुए बच्चों के शिक्षण अधिगम में सहायता प्रदान करेंगे। उक्त प्रशिक्षण की गुणवत्ता की जांच करने हेतु एससीईआरटी, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बेमेतरा एवं जिला कार्यालय के अधिकारियों के माध्यम से लगातार मॉनिटरिंग संपादित किया जा रहा है। यह भी जानकारी प्रदान की जा रहा है कि इस वर्ष सर्वांगीण गुणवत्ता वर्ष के अंतर्गत समस्त प्राथमिक से लेकर विभिन्न क्लासों में बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने हेतु आवश्यक जानकारी इस प्रशिक्षण के माध्यम से संपादित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में डिकोडिंग के माध्यम से किस प्रकार से बच्चों को समझाया जाए सीखना कैसे हैं इस पर जोर दिया गया। नवाजतन के विभिन्न पहलुओं एवं सिद्धांतों एवं साथ ही साथ अगर विद्यालय में शिक्षक कम संख्या में है तो किस प्रकार से उनका लाभ अधिक से अधिक बच्चों को प्राप्त हो सके इस पर भी विशेष क्लास एवं रणनीति युक्त प्रशिक्षण के माध्यम से संपादित हो रहा है आने वाले समय में यह प्रशिक्षण अवश्य ही मिल का पत्थर सिद्ध होगा। क्योंकि इस प्रशिक्षण के माध्यम से सभी विषयों भाषा, गणित ,पर्यावरण, अंग्रेजी सभी विषयों को समाहित करते हुए अधिक से अधिक कठिन पाठ को सरलता पूर्वक बच्चों को प्रसारित करने हेतु समस्त शिक्षकों द्वारा तरह-तरह के नुस्खे एवं गतिविधि प्रदान किया गया। सभी शिक्षकों द्वारा आश्वस्त दिया गया कि आने वाले समय में अवश्य ही बच्चों की शिक्षा पर विशेष फोकस करते हुए बच्चों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान में निपुण करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएगा। उक्त प्रशिक्षण में मुख्य रूप से विकासखंड शिक्षा अधिकारी करमाकर, बीआरसी खोमलाल साहू, एबीईओ अदेश उईके, नारायण ठाकुर के साथ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बेमेतरा से यमुना जांगड़े, उषा किरण पांडे के माध्यम से द्वितीय चरण प्रशिक्षण का समापन हुआ। विकासखंड बेरला के 3 जोन में एफएलएन प्रशिक्षण का समापन हुआ। वही इस प्रशिक्षण में खास बातों पर विशेष चर्चा किया गया। जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तर्ज पर होगी बच्चों की शिक्षा, चार दिवसीय प्रशिक्षण का दूसरा चरण संपन्न हुआ, प्रशिक्षण में इनकी रही मुख्य भूमिका
जिला स्त्रोत ग्रुप से पवन देवांगन, केवरा सेन, दीक्षा देवांगन, जलेश जांगड़े, विकासखंड स्त्रोत ग्रुप से सुरेंद्र पटेल, हारून अली, भगवान सिंह राजपूत, शिव प्रकाश साहू, जोगीराम वर्मा, ओम प्रकाश साहू, सावित्री साहू, अखिलेश्वर पाटिल, प्रदीप परगनिया, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से विजय, पवन, शाहिद, दीप्ति, अंकिता, कविता, ज्ञानेश्वर के द्वारा संपन्न किया गया।