*स्कुली विधार्थियों को दिशाहीन करने वाला फिल्म बैन हो-जितेंद्र साहू*
छत्तीसगढ़ी फिल्म में शासकीय स्कूलों के बैकग्राउंड को लेकर विरोध के स्वर उठ रहे हैं इस संबंध में साजा विधानसभा क्षेत्र सामाजिक कार्यकर्ता जितेंद्र कुमार साहू ने कहा कि गलत परंपरा को फिल्मों में दिखाया जा रहा है स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चें बालिग नहीं होते उस उम्र में प्रेम कहानी का प्लाट तैयार कर फिल्म बनाया गया है जिससे गरिमा खत्म हो रही है विगत कई दिनों से चल रही छत्तीसगढ़ी फिल्म ले शुरू होगे मया के काहानी को लेकर आपत्ति जताई है और कहा कि ऐसे फिल्म बैन होनी चाहिए साहू ने कहा काफी लोगों को देखने के बाद मै भी मूवी को देखने गया किंतु यह फिल्म निराश करती है फिल्म संस्कार से परे और शासकीय स्कूलों के वातावरण को दूषित और प्रदूषित होने का संदेश दे रही जबकि ऐसा वातावरण स्कूल में नहीं है उन्होंने कहा कि मैं इस फिल्म का पूरा जोर विरोध करता हूं और फिल्मों का संदेश सकारात्मक होना चाहिए यह फिल्म छात्र-छात्राओं को दिशाहीन करने वाला एवं मानसिकता को खराब करने वाला फिल्म है ऐसे फिल्म पर तत्काल रोक लगनी चाहिए फिल्म बैन होनी चाहिये ऐसे फिल्म बनाने वाले को न्याय प्रणाली में बुला कर समझाइस दिये जाये।