*ओलावृष्टि से क्षेत्र के किसानों को काफी नुकसान, किसान नेता ने सर्वे कर मुआवजा देने की रखी मांग*
*(ओलावृष्टि और तेज बारिश से सब्जी व फल उत्पादक किसानों की फसल खराब)*
बेमेतरा:- ओलावृष्टि से क्षेत्र के किसानों को काफी नुकसान हुआ है, बावजूद किसानों को राहत देने के नाम पर सरकार की ओर से अब तक कोई घोषणा नहीं हुई है। इस संबंध में किसान नेता योगेश तिवारी ने ओलावृष्टि से फसल क्षति के सर्वे के साथ-साथ मुआवजा की मांग की है। बेमेतरा जिले में सोमवार को हुई ओलावृष्टि और मंगलवार को हुई तेज बारिश से किसानों को खासा नुकसान हुआ है। इससे पहले रबी फसल में मुख्य रूप से गेहूं और चना काफी हद तक प्रभावित हुआ है। फसल की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है। किसान अपनी उपज बेचने बाजार में जा रहे हैं तो उन्हें उचित मूल्य मिल नहीं पा रहा है। जिसकी मुख्य वजह है बारिश से फसलों का प्रभावित होना। सोमवार को अंचल में हुई ओलावृष्टि से सब्जी एवं फल उत्पादक किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। काफी बड़े तादाद में फसल बर्बाद भी हुई है। आलम यह है कि किसानों को फसल का लागत मूल्य निकालना भी मुश्किल हो गया है।
*राज्य सरकार की सर्वे की घोषणा पर नहीं हुआ अमल*
किसान नेता योगेश तिवारी के अनुसार राज्य शासन ने सर्वे की घोषणा की थी, जिस पर अब तक अमल नहीं हुआ है। राज्य शासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब बारिश के हालात बने तो राज्य सरकार ने सर्वे के आदेश दिए, जो सर्वे अब तक नहीं हो पाया है। राजस्व की टीम किसानों तक नहीं पहुच पाई है। ना ही किसी तरह की कोई जानकारी दी गई है। ऐसी स्थिति में किसानों को क्षतिपूर्ति मिलने पर सवाल खड़े हो गए हैं।
*किसान नेता ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी*
वर्तमान में ओला वृष्टि से किसानों के सब्जी और फल की फसल भी खराब हो चुकी है । ऐसी स्थिति में किसानों को दोहरी मार से उबरने का कोई रास्ता मिल नहीं पा रहा है। लगातार मौसम के बिगड़े हालात के कहर से किसान जूझ रहे हैं। किसानों को अब तक कही से राहत मिलती नही दिख रही है। प्रभावित किसानों के संबंध में राज्य शासन कोई उचित समाधान कर मुआवजा की व्यवस्था नहीं किए जाने की स्थिति में उग्र आंदोलन किया जाएगा।