*घटिया बेस वर्क पर डामरीकरण की तैयारी, नाराज ग्रामीणों ने रुकवाया काम*
*मामला योजना अंतर्गत बेमेतरा से सिरवाबांधा तक 2.64 करोड़ की लागत से 5.61 किमी सड़क निर्माण का*
बेमेतरा:- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत स्वीकृत सड़कों के घटिया निर्माण की लगातार शिकायत मिल रही है। निर्माण के चंद दिनों में ही सड़क जवाब देने लगती है। उल्लेखनीय है कि दो करोड़ 64 लाख की लागत से बेमेतरा से सिरवाबांधा तक सड़क का नवीनीकरण व संधारण कार्य शुरू हुआ है। कार्य शुरू होने के साथ ही घटिया निर्माण की शिकायत मिलने लगी है। किसान नेता योगेश तिवारी ग्रामीणों की शिकायत पर मौके पर पहुंचकर सड़क निर्माण का जायजा लिया। जहां ग्रामीणों की शिकायत सही मिली और सड़क निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। तय मापदंडों के तहत बेस का निर्माण ना कर डामरीकरण की तैयारी की जा रही थी। ग्रामीणों के विरोध के बाद फिलहाल डामरीकरण वर्क को रोक दिया गया है। इस दौरान मिलन दास, तुलाराम भारती, अंजोर दास मानिकपुरी, तोप सिंह पात्रे, गोवर्धन भारती, रामाधार जांगड़े, घनश्याम पात्रे, सतनारायण बांधे, बलराम जांगड़े, प्रीतम जांगड़े, संतराम, प्रेमदास जोशी, शंकर जोशी, सूबे लाल समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।
*घटिया निर्माण से ग्रामीणों में खासी नाराजगी*
निर्माण की शुरुआत से ही गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थी। जिसमें सड़क के किनारे की मिट्टी को खोदकर वही डाला जा रहा है। फिर से सड़क के गुणवत्ताहीन निर्माण से ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार के द्वारा मापदंडों को ताक पर रखकर सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सड़क किनारे को खोदकर निकाली गई मिट्टी का उपयोग सोल्डर में डाला जा रहा है। जिससे सड़क की गुणवत्ता का सहज अंदाजा लगाया सकता है।
*पूर्व में घटिया निर्माण के लिए, इंजीनियर को किया गया था निलंबित*
जिला मुख्यालय से सिरवाबांधा को जोडऩे के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 262 लाख की लागत से 5.6 किमी सड़क बनाया गया था। 30 जून 2015 को सड़क के हैंडओवर के बाद से पहले और बाद में भी निर्माण को लेकर लगातर शिकायतें की जाती रही हैं। इस पर जिला स्तर पर बनाई गई टीम ने 27 नंवबर 2015 को सड़क की हालत व निर्माण की स्थिति का जायजा लेने के बाद पूरे मामले में दोषी पाए गए अभियंता को निलंबित किया गया था। अब फिर से सड़क का निर्माण किया जा रहा है।