*परपोड़ा में दो माह पूर्व तालाब में पचरी निर्माण सिढ़ी व दीवार में आयी दरार, गुणवत्ता पर उठने लगे सवाल*
बेरला:- जनपद पंचायत बेरला के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत परपोड़ा में पानी टंकी समीप तालाब में पचरी निर्माण के दो माह पूर्व में ही सीढ़ियों और दीवार में दरार आ गई है। इससे ग्रामीणों में गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे है। ग्राम परपोड़ा में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला के सामने जल संरक्षण तालाब में लाखों रुपये खर्च कर पचरी निर्माण किया गया है। ताकि ग्रामीणों को स्नान करने में सुविधा मिल सकें। पचरी निर्माण के लिए शासन प्रशासन ने अच्छा खाशा पर्याप्त राशि दिया गया था। वही निर्माण के दो महीने पूर्व में ही कई जगहों पर दरार आने से टूटने व क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में आ गई है। इससे प्रत्यक्षदर्शियों में सम्बंधित इंजीनियर, ठेकेदार एवं कार्य एजेंसी पर भ्रष्टाचार व गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर सवाल उठ रहे है। पचरी निर्माण की आयी दरार से अंदेशा लगाया जा सकता है कि घटिया निर्माण हुआ है या फिर राशि ही कम पड़ गए होंगे। वही बाउंड्रीवाल पचरी निर्माण में इंजीनियर व ठेकेदार के बिना ही मजदूर भरोसे कार्य को अंजाम देने के चलते दो महीने पूर्व में ही दीवाल गिरने की स्थिति हो गई है। जनप्रतिनिधियों के अनदेखा पन शासन-प्रशासन की राशि पर खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही और खटिया निर्माण को अंजाम दे रहे है। वही मनमानी करते हुए निर्माण कार्य में जमकर गुणवत्ताहीन व घटिया मटेरियल की उपयोग किया गया है। बाउंड्रीवाल पचरी निर्माण में इंजीनियर व ठेकेदार स्टीमेन्ट की मानक मापदंडों को दरकिनार कर खुलेआम मनमानी कर नियमों का धज्जियां उड़ा कर घटिया निर्माण को अंजाम दिया है।वही इस संबंध में संबंधित इंजीनियर जांच में कोताही करते नजर आ रहे है जिनके कारण से शासन प्रशासन की राशियों के साथ खिलवाड़ हो रहे है। जिस पर जनपद पंचायत बेरला अधिकारी व जिला प्रशासन को खबर तक नही है। इस संबंध में दुरभाषा के माध्यम से जिला पंचायत बेमेतरा मुख्य कार्यपालन अधिकारी टेकचंद अग्रवाल ने कहा कि इसकी जानकारी आपके माध्यम से मिल रहे है जिसकी जांच कर उचित कार्यवाही किया जाएगा।