*मोहभट्ठा स्कूल के सामने लगे कचरे के ढेर खोल रहे स्वच्छता अभियान की पोल, अवैध कब्जे से स्कूल की परछाई छिपने लगी*
बेरला:- विकासखण्ड बेरला में आने वाले पंडित देवी प्रसाद चौबे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहभट्ठा, प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला के प्रवेश द्वार के सामने लगे कचरे के ढेर खोल रहे स्वच्छता अभियान की पोल एवं अवैध कब्जा से विद्यालय के परछाई छिपने लगे है जो इन दिनों सामने आ रहे है। एक तरफ शासन प्रशासन के दिशा निर्देशों के फलस्वरूप साफ-सफाई को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में कचरे एक स्थान पर व्यवस्थित रहने के लिए गांव व नगर की गलियों में नाडेप का निर्माण किया गया। जिनके बावजूद लोग इधर उधर कचरे बिखेरने व फैलाने में लगे हुए है। दूसरी तरफ मोहभट्ठा विद्यालय के प्रवेश द्वार के सामने कचरे की ढेर व प्रवेश द्वार के सामने को कब्जे करने वाली मामला सामने आ रहे है। कुछ लोगों द्वारा विद्यालय परिसर के सामने कचरे फेंक कर गंदगी कर दिया जा रहा है जिनका खामयाजा विद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थियों को सीधा प्रभाव पड़ रहे है। बता दें कि इस कचरे की ढेर से महीने भर से ज्यादा सफाई नहीं होने के कारण इससे निकलने वाली गंदी बदबू से शिक्षक सहित विद्यार्थी परेशान है। हाल ही बारिश के चलते कचरे पानी मे भीग जाने से और भी ज्यादा बदबू व बीमारी के खतरे बढ़ते जा रहे है। जिनका भय विद्यालय परिवार को लगातार झेलना पड़ रहा है। इस समस्या से ग्राम पंचायत मोहभट्ठा अपनी जिम्मेदारियों से अनजान मौन साधे बैठ कर गंभीर बीमारियों व विद्यालय के सामने हो रहे कब्जे पर ध्यान नहीं दिया जाना गंभीर समस्याओं को पूरा जोर दिया जा रहा है। लिहाजा मोहभट्ठा स्कूल के सामने ही गंदगी पसरी पड़ी है जिस कारण विद्यार्थियों को पढ़ने में काफी परेशानी पेश आ रही है। हर समय बदबू फैली रहने के कारण उनका स्कूल के अन्दर अपनी कक्षाओं में बैठे रहना भी दूभर हो गया है। इसके साथ ही आस-पास के घरों के द्वारा भी कूड़ा लगातार डाला जा रहा है। लेकिन ये सभी कूड़े कचरे को कूड़ेदान में डालने की बजाए बाहर ही डाल कर चले जाते है। विद्यालय परिसर के ठीक सामने ही गंदगी पसरा हुआ है। इस गंदगी से निकलने वाली तेज बदबू के कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है तथा बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय परिसर के सामने से कचरे व कब्जे को हटवा कर स्वच्छता को बनाया जा सकता है ताकि स्कूल में आने वाले बच्चों को इसकी वजह से फैलने वाली बीमारियों से बचाया जा सके।