*शहर में स्वच्छता को ध्यान रखते नगरीय निकाय के मणिकंचन केंद्रों का कलेक्टर ने किया निरीक्षण*
*जल्द से जल्द कचरों के निष्पादन प्रक्रिया में तेजी लाने दिए निर्देश, स्वच्छता दीदियों से मिलकर बढ़ाया हौसला*
*सार्वजानिक क्षेत्र एवं व्यवसायिक केंद्रों द्वारा गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना लगाने के दिए निर्देश*
बेमेतरा:- नगर पालिक बेमेतरा सीमान्तर्गत शहर में स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए नगरीय प्रशासन द्वारा शहर में और भी विशेष सफाई अभियान तेज कर दिया गया है। इसी क्रम में कलेक्टर रणबीर शर्मा ने आज नगरीय निकाय अंतर्गत वार्ड 13 सिंघोरी, वार्ड 21 कबीरकुटी के कमणिकंचन केंद्र में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने ठोस एवं तरल अपशिष्ट के कुशल प्रबंधन पर जोर देते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर ने ठोस अपशिष्ट के प्रबंधन को बताते हुए कहा की ठोस अपशिष्ट को उचित तरीके से संग्रहित और निपटान करने के लिए कचरे के वर्गीकरण, पुनर्चक्रण, और सुरक्षित निपटान की प्रक्रियाओं का पालन करने पर जोर दिया। कलेक्टर ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि बायोडिग्रेडेबल और नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरे को अलग-अलग किया जाए और उचित तरीके से निपटाया जाए।
तरल अपशिष्ट के सही प्रबंधन के लिए कलेक्टर ने जल शोधन संयंत्रों की नियमित देखरेख और संचालन की सख्ती से निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि अपशिष्ट जल का उपचार सही तरीके से किया जाए ताकि वह पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाए। कलेक्टर ने ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के दौरान स्वच्छता और स्वास्थ्य मानकों का पालन करने पर जोर दिया। निरीक्षण के दौरान विभिन्न वार्डों से डोर टू डोर कलेक्शन करने वाले स्वच्छता दीदियों द्वारा कचरा गीला एवं सूखा अलग करने की समझाइश दी गई, और नगर वासियों अपील करने को कहा की कचरे को अलग-अलग हरा नीला डब्बा कचरे को अलग कर दे, जिससे मणि कंचन केंद्र में करने वाले हमारे स्वच्छता दीदियों को कचरे को पृथक करने में कष्ट ना हो। उन्होंने कर्मचारियों को उचित सुरक्षात्मक उपकरण उपलब्ध कराने और उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जनसाधारण को अपशिष्ट प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए अभियानों और कार्यशालाओं का आयोजन करने की आवश्यकता पर बल दिया एवं आम जनता को जागरूक करने के साथ ही दुकानदार द्वारा गंदगी फैलाने वालों से जुर्माना भी लगाने की बात कही। उन्होंने नागरिकों को कचरे के सही निपटान और पुनर्चक्रण के तरीकों के बारे में शिक्षित करने के निर्देश दिए। इन सभी निर्देशों का उद्देश्य नगरीय निकाय के मणिकंचन केंद्र को एक उदाहरणीय अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र बनाना था, जिससे पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता सुनिश्चित हो सके।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान मणिकंचन केंद्र में कार्यरत महिलाओं से बातचीत की। उन्होंने महिलाओं की कामकाजी परिस्थितियों, उनके अनुभव, और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने उनकी कठिनाइयों और समस्याओं को समझा और उन्हें आवश्यक सहायता और समर्थन देने का आश्वासन दिया। कलेक्टर ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि महिलाओं के लिए सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण उपलब्ध हो। उन्होंने कार्यस्थल की स्वच्छता, सुरक्षा, और सुविधाओं का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने महिलाओं से उनके वेतन, बोनस, और अन्य लाभों के बारे में पूछा और यह सुनिश्चित किया कि उन्हें उचित भुगतान और लाभ मिल रहे हैं। कलेक्टर ने महिलाओं को उनके कार्य कौशल को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी दी और उन्हें अपने अधिकारों और अवसरों के बारे में जागरूक किया। कलेक्टर की इस पहल से महिलाओं में उत्साह और विश्वास बढ़ा और उन्होंने अपनी समस्याओं और अनुभवों को खुलकर साझा किया।