*बेरला* :- बीते रविवार को माता कौशल्या धाम चंदखुरी रायपुर मे लोक तिहार कार्यक्रम की प्रस्तुति के रूप मे विभिन्न कार्यशाला, ओपन माइक हमर बानी हमर गोठ, कार्यक्रम का आयोजन 22 वर्षीय युवा कवियत्री योगिता साहू एवं उनकी टीम के द्वारा किया गया था । बेरला क्षेत्र से युवा कवि विकास कश्यप एवं ताकेश्वर साहू बचपन ने भी सिरकत की थी जहाँ हमर बानी हमर गोठ (ओपन माईक) कार्यक्रम के अंतर्गत प्रथम प्रतिभागी के रूप मे ताकेश्वर साहू ‘बचपन’ ने ग्रामीण परिवेश पर लिखी हुई अपनी छत्तीसगढ़ी गीत “सुरता सताही तोला तोर पुरखौती गाँव के
नदिया तीर के डोंगी
अउ पुरखा के धरे नांव के बारी बखरी के तुमा अउ भुईयां के परे पाँव के ” की सुमधुर प्रस्तुति से मंचीय अतिथियों सहित समस्त श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया जबकि युवा कवि विकास कश्यप ने “मोर नाँव विकास हे जेकर बिना हर शहर हर गाँव अधूरा हे नेता जी के दांव अधूरा हे अउ त अउ अवइया चुनाव अधूरा हे ” जैसी व्यंग्य रचनाओं से अपना परिचय दिया जिसके पश्चात् खेती किसानी प्रस्तुत की और अंत मे एक और व्यंग्य रचना जबर बने हे दफ्तर हा उहाँ किस्सा बहुत पुराना हे की प्रस्तुति दे कर अतिथियों एवं समस्त श्रोताओं के मध्य अपनी अमिट छाप छोड़ते हुए खूब तालियां बटोरी । कार्यक्रम के अंत मे पद्मश्री भारती बंधु, पद्मश्री मदन चौहान, पद्मश्री अनूप रंजन पाण्डेय, रविवि कुलपति के.एल.वर्मा.के द्वारा दोनों साहित्यकारों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर गीतकार मीर अली मीर व पत्रकार तेज साहू, देवेश तिवारी व अंतरराष्ट्रीय रंगोली कलाकार प्रमोद साहू के साथ साथ अंचल के सुप्रसिद्ध कलाकार व साहित्यकार उपस्थित रहे।