रायपुर में राष्ट्रीय सेमिनार संपन्न”अहिंसा एवं सत्य की चुनौती”
*रायपुर में राष्ट्रीय सेमिनार संपन्न*
“अहिंसा एवं सत्य की चुनौती”
रायपुर – शासकीय दू .ब. महिला महाविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र एवं अंग्रेजी विभाग तथा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय सेमिनार” अहिंसा एवं सत्य की चुनौती” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया गया । प्रथम सत्र के वक्ता डॉ रजनी बक्शी फ्रीलांस जर्नलिस्ट्स ने कहा सत्य और अहिंसा का जीवन में महत्व है; अहिंसा परमो धर्म तभी संभव है जब आपका मन भय रहित हो। आज गांधी जी का प्रभाव वैश्विक एवं भौगोलिक स्तर पर है। दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के समय रंगभेद नीति के विरुद्ध संघर्ष का फैसला किया एवं इस संघर्ष को अहिंसात्मक एवं शांति पूर्वक करने का निर्णय लिया वर्तमान समय में इन घटनाओं व विचारों का व्यक्तिगत जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है; जिनसे प्रेरणा प्राप्त किया जा सकता है ।
द्वितीय सत्र के वक्ता श्री विनोद साव ने गांधीजी के स्वतंत्रता आंदोलन एवं स्वराज्य के संबंध में स्वदेशी आंदोलन ,चंपारण सत्याग्रह, दंडी मार्च ,नमक सत्याग्रह, भारत छोड़ो आंदोलन ,पर अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया ।
सुनील साह अजीम प्रेम जी फाउंडेशन ने कहा वर्तमान में सत्य एवं अहिंसा अशांति को मिटाने के लिए कारगर सिद्ध हो सकता है । अहिंसा एकमात्र विकल्प है जिससे प्रगति के पथ पर जाया जा सकता है । महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ किरण गजपाल ने गांधी जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गांधी जी ने सत्य एवं अहिंसा के परमो धर्म पर विश्वास करते हुए एकला चलो के सिद्धांत को अपनाते हुए अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए । डॉ उषा किरण अग्रवाल महिला अध्ययन केंद्र एवं आइक्यूएसी की संयोजक ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला एवं आधुनिक युग में गांधी जी की विचारधारा को प्रासंगिक बताया एवं कार्यक्रम का संचालन किया डॉक्टर जया तिवारी अंग्रेजी विभागाध्यक्ष ने डॉ रजनी बख्शी एवं श्री विनोद साव का परिचय दिया। अंग्रेजी विभाग की छात्राओं ने “राजकोट से राजघाट” तक नाट्य प्रस्तुति की इसमें श्रद्धा ,मनीषा, अन्वेषा ,प्रियांशी ,अनुछाया, नायाब सहयोगी छात्राएं सम्मिलित हुई l
संगीत -विभाग द्वारा पूजा झा एवं उसकी टीम ने” वैष्णव जन तो तेने कहिए “भजन प्रस्तुत किया। 150 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया वक्ताओं द्वारा छात्राओं एवं शोधार्थियों के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया गया प्रतिभागियों से फीडबैक लिया गया धन्यवाद ज्ञापन डॉ सविता मिश्रा ने किया इस अवसर पर श्रीमती चंद्र ज्योति श्रीवास्तव डॉक्टर कल्पना पाल चंदना भट्टाचार्य डिंपी श्रीवास्तव पंजीयन समिति के सदस्य डॉ मिनी एलेक्स सुश्री कैरोलिन एक्का डॉ रेखा दीवान डॉ अलका वर्मा महाविद्यालय के प्रबुद्ध प्राध्यापक गण शोधार्थी एवं छात्राएं उपस्थित रहे।