*विधायक और कलेक्टर छात्रों संग परीक्षा पे चर्चा के सीधे प्रसारण कार्यक्रम में शामिल हुए*
*(प्रधानमंत्री के परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के लिए खास तैयारी की गयी)*
बेमेतरा:- बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्रों के अंदर डर और तनाव दोनों होता है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बच्चों के भीतर से इस डर और तनाव को समाप्त करने के लिए हर साल ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम करते हैं। इस कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों को शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। बेमेतरा ज़िले में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज 29 जनवरी (सोमवार) को ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के लिए खास तैयारी की गयी है। शिवलाल राठी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बेमेतरा में बड़ी टी.वी. पर सीधे प्रसारण कार्यक्रम की व्यवस्था की गयी। विधायक दीपेश साहू, कलेक्टर रणबीर शर्मा “परीक्षा पे चर्चा’ के सीधे प्रसारण कार्यक्रम में हुए शामिल। उनके साथ ज़िला अधिकारी, जनप्रतिनिधि सहित विद्यार्थी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्कूली बच्चों को तनावमुक्त परीक्षा देने के टिप्स दिये। उन्होंने देश के अलग- अलग राज्यों के स्कूली विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा तनावमुक्त परीक्षा संबंधी पूछे गये प्रश्नों,जिज्ञासाओं का समाधान कारक जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ बातचीत की। बातचीत के दौरान परीक्षा के तनाव को कम करने और परीक्षा की रणनीति पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्कूली छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ का यह सातवां संस्करण था। इस वर्ष यह कार्यक्रम आज 29 जनवरी को सुबह 11 बजे से भारत मंडपम, प्रगति मैदान में आयोजित हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्कूली बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ परीक्षा को उत्सव की तरह मनाने एवं विद्यार्थियों में तत्संबधी तनाव दूर करने के लिए सीधा संवाद किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों से सीधा संवाद कर उन्हें परीक्षा को एक उत्सव की तरह मनाने तनावमुक्त एवं उत्साह के साथ दिलाने के टिप्स दिए। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के सुकमा की छात्रा उमेश्वरी को अपने पास बिठाया। कांकेर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र शेख तैफुर रहमान ने प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए पूछा-परीक्षा के दौरान अधिकांश छात्र घबराहट महसूस करते हैं, जैसा कि प्रश्नों को सही ढंग से न पढ़ना आदि। मेरा आपसे प्रश्न है कि इन गलतियों से कैसे बचा जाए कृपया अपना मार्गदर्शन दें ? जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर दिया कि धैर्य रखकर अतिउत्साह में न आना और परीक्षा को एक उत्सव की तरह देखना बहुत जरूरी है।