*सींवार के गौठान में पंचायत व गौठान समिति की लापरवाही से तीन मवेशियों की मौत*
*(मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी गौठान योजना का बुरा हाल, चारा है न पानी, तड़पकर गोवंश की हो रही दर्दनाक मौत)*
बेरला:- छत्तीसगढ़ राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ को समृद्ध बनाने का प्रयास कर रही है। वही जनपद पंचायत बेरला क्षेत्र के ग्राम पंचायत सींवार में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना अंतर्गत गौठान में पंचायत की लापरवाही की वजह से बेजुबान जानवरों को खुले आसमान के नीचे भूखे-प्यासे रखा गया है। सरकार ने मवेशियों की सुरक्षा और उन्हें संरक्षण देने के लिए ही गौठान बनवाएं। लेकिन समितियों की लापरवाही की वजह से ऐसी घटनाएं सामने आ रही है। जिस गौठान में मवेशियों को रखने की व्यवस्था की गई है। इनमें कई जगहों पर शेड की व्यवस्था नही होने की ऑड में मवेशियों को खुले में ही रखे जाने के कारण कई दिक्कतें आ रही है। गौठान के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। जहां पर खाने को चार न पीने को पानी तक नसीब नही है। गौठान में मवेशियों के लिए कोई व्यवस्था नही की गई। इसके कारण मवेशी बीमार पड़ रहे है और उनकी मौत हो रही है। यह मामला ग्राम पंचायत सींवार के गौठान में तीन बेजुबान मवेशी की मौत होने से गांव में हलचल मच गई है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य में गौ माता को देवी की दर्जा दिया जाता है। जिसकी पूजन घरों घर किया जाता है। वही सींवार की गौठान में गौ माता सुरक्षित नहीं है। गौठान की बागडोर पंचायत की होने के बावजूद अपनी जिम्मेदारियों को दरकिनार कर आराम फरमा रहे है। जिसके खामयाजा पशुपालक को भूतकना पड रहा है। नरवा-गरवा-घुरवा के अंतर्गत गौठान में सुरक्षा के बजाय गौ माता की जान जा रहे है। ग्राम पंचायत सींवार की जिम्मेदार अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं गौठान समिति की लापरवाही के चलते आज गौ माता की जाने जा रही है।
गौरतलब है कि जनपद पंचायत बेरला की एक मामला सामने आया है जिसमें ग्राम पंचायत सींवार के गौठान में बेजुबान मवेशियों की दिनों दिन मौत होते जा रहे है। आप जानते है कि पिछले दिनों में लगातार मूसलाधार बारिश के मौसम का आलम था। जिसके चलते क्षेत्र में अफरा तफरी मच गया था। कई ग्रामीण अंचल में लोगों के जीवन अस्त व्यस्त हो गए थे। वही सींवार के गौठान में खुली मौसम में पालतू पशु इस बारिश के तारतम्य में लगातार भीगते रहे। इस कारण से ग्राम पंचायत सींवार की लापरवाही के चलते बारिश में गौठान के अंदर 3 मवेशियों की मौत हो गई। जिसके चलते सींवार पंचायत के प्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण योजना सिर्फ कागजों में दिखाई दे रही है। गौठान की व्यवस्था व देख रेख की व्यवस्था दरकिनार कर कागजों में दिया जाता है। वही जांच को लेकर जिला कलेक्टर बेमेतरा ने सभी ब्लॉक सीईओ को जानकारी देने हेतु नोटिस दिया गया था।
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*ग्राम पंचायत सींवार सरपंच सनत कुमार लहरी*
इस संबंध में बताया कि शासन प्रशासन की ओर से हमारे पंचायत में कोई व्यवस्था नही किया गया है न ही पैरा, जल, शेड, छाया की कोई व्यवस्था नही है। वही गौठान में मवेशियों की मौत वाली बात मिथ्यावादी है।
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*ग्राम पंचायत सींवार में संचालित गौठान समिति के अध्यक्ष राजकुमार साहू*
इन्होंने बताया कि पिछले दिनों से लगातार बारिश के कारण मवेशी भीग गए और कमजोरी के कारण 3 से 4 मवेशी की मौत हो गयी। गौठान में कोई व्यवस्था नही होने के कारण बारिश के मौसम में पशुओं को ज्यादा प्रभावित पड़ा।