बालाकोट एयर स्ट्राइक पर महबूबा मुफ्ती ने फिर उठाया सवाल तो BJP ने किया पलटवार, कहा- कश्मीर में इनकी राजनीति खत्म है
जम्मू. पीडीपी अध्यक्षय महबूबा मुफ्ती ने बालाकोट एयरस्ट्राइक को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. जम्मू में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ‘बालाकोट एयर स्ट्राइक पर इन्होंने क्या किया और क्या हासिल किया, भगवान ही जानें पर ये जरूर है कि इन्होंने इस एयर स्ट्राइक पर चुनाव जीता.’ इसके अलावा महबूबा मुफ्ती कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि ‘राहुल गांधी एक सुलझे हुए नेता और अच्छे खानदान से हैं. उनके परिवार ने देश के लिए बहुत कुछ किया हैमहबूबा मुफ्ती ने गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर भी बयानबाजी की. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अमित शाह का ये दौरा दो समुदाय के लोगों को बांटने का काम कर गया है और इस समय जम्मू कश्मीर के हालात बिल्कुल ठीक नहीं हैं. महबूबा मुफ्ती ने रविवार को आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन में भाजपा पर कई सवाल ऊठाए. उन्होंने कहा कि जम्मू का मुख्यमंत्री बनाने की बात करते हो तो कम से कम उपराज्यपाल तो जम्मू का बना लेते.पूर्व उपमुख्यमंत्री ने महबूबा मुफ्ती के बयान की निंदा की है
वहीं महबूबा मुफ्ती के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने पलटवार किया. जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविन्द्र गुप्ता नेमहबूबा हमेशा से ही सेना का मनोबल तोड़ने की बात करती आई हैं. कई बार सेना पर सवाल ऊठाए हैं और आज फिर एक बालाकोट एयर स्ट्राइक पर सवाल खड़े कर जवानों की देशभक्ति पर शक किया है. महबूबा मुफ्ती की जमीन छिन चुकी है और लोग अब उनकी बातों में नहीं आते हैं. कश्मीर में महबूबा की राजनीति लगभग खत्म हो चुकी है.’भाजपा नेता ने महबूबा मुफ्ती के बयान को हताशा का नतीजा बताया
पूर्व उपमुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर और भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. निर्मल सिंह ने महूबबा मुफ्ती की हताशा का नतीजा है कि इस तरह की बयानबाजी कर रही हैं, उनको अपने शब्द वापिस लेने चाहिए. ये देश के गौरव की बात है कि हमारे जवानों ने पीओके मे जाकर स्ट्राइक कर आतंक को करारा जवाब दिया. लेकिन ये हमेशा से आतंकवाद और अलगवाद का समर्थन करती आई हैं. लेकिन अब कश्मीरी इनकी बातों में नहीं आते हैं, क्योकि वह जानते हैं कि पीएम मोदी के कश्मीर विजन ने करोड़ों लोगो को रोजगार और अन्य सुविधाए मुहैया करवाई है.बता दें कि हाल ही में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पाकि्सतान से फिर से बातचीत का समर्थन किया था. साथ ही जेलों में बंद देश-विरोधी गतिविधियों मे शामिल अलगाववादियों की गिरफ्तारी पर पुलिस और उपराज्यपाल प्रशासन पर सवाल ऊठाए थे.