छत्तीसगढ़

गौठानो के नाम पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को चौपट कर सनातनी संस्कृति के कांग्रेसीकरण में लगी है भूपेश सरकार। किसान की जमीन को बना दिया गौठान गरीब- किसान लगा रहा कोर्ट के चक्कर। अमर अग्रवाल।

गौठानो के नाम पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को चौपट कर सनातनी संस्कृति के कांग्रेसीकरण में लगी है भूपेश सरकार। किसान की जमीन को बना दिया गौठान गरीब- किसान लगा रहा कोर्ट के चक्कर। अमर अग्रवाल।

 

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
बिलासपुर – ग्रामीण अर्थव्यवस्था के नाम पर छत्तीसगढ़ के भोले भाले नागरिकों को छलावा देने का काम भूपेश सरकार के द्वारा किया जा रहा है। गौठान की परंपरा भारत की सनातनी संस्कृति का परंपरागत हिस्सा है, ग्रामीण भारत की विशिष्ट पहचान है, चंद रुपयों का लालच देकर परंपरा और संस्कृति का कांग्रेसीकरण का प्रयास भूपेश सरकार के द्वारा किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने 10,000 से ज्यादा गौठानो में 12 लाख किलो से अधिक गोबर की बिक्री और खरीदे गए गोबर से 40% मानक अनुसार लगभग 6 रुपये प्रति किलो का वर्मी कंपोस्ट बनाकर दस रुपये किलो की महंगी, गुणवत्ताहीन गोबर खाद प्रदेश के किसानों और सरकारी अमलो में खपाने का जादूई काम भरोसा खो चुकी भूपेश सरकार ने कर रही है, इससे प्रदेश के किसान भी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। बिना मांग और जरूरत के बिना गोबर खाद को सरकारी विभागों में खपाने का काम किया जा रहा है। गौठानो से गाये व मवेशी गायब रहते है। चारागाह, पानी, शेड और मवेशियों के ठहराव के लिए मूलभूत जरूरते गौठानो से गायब है, हाईवे और शहरों की सड़कों में पशुओं का डेरा लगे रहता है। अनेक गौठानो में सुविधाओं के नाम पर बढ़ा चढ़ाकर खर्च किए गए हैं। गौठान जिनमे पशुओं का ठहराव नही है। बाडी लगाने के लिए अपव्यय किया जाता है तो इन दिनों गौठानो को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में डिवेलप करने का सपना दिखाकर छत्तीसगढ़ भंडार क्रय नियम के विरुद्ध करोड़ों रुपए की मशीनें खरीदी गई हैं, जिससे सप्लायरो को फायदा पहुंचाने और कमीशन खोरी का काम किया जा रहा। उक्त बातें वित्त वाणिज्य कर मंत्री अमर अग्रवाल तखतपुर के गौठान में भाजपा के *चलबो गौठान खोलबो पोल* अभियान के अंतर्गत कही।

श्री अग्रवाल ने दावा किया कि सोसाइटी में धान बेचने वाले किसानों के खाते से लिंकेज डेबिट करके सैकड़ो रुपये गोबर खाद के काटे जा रहै है। गोठान समितियों में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का कब्जा है। फर्जी गोबर खरीदी और न्यून अधिक मात्रा में हो रही गोबर बिक्री मनमाने बंदरबांट गौठान समितियों के द्वारा की जा रही है। पंचायत एवं पंचायत सचिवों के लिए जनपद स्तर पर गौठान योजना गले की फांस बन चुकी है।गौठानो में फर्जी खरीदी दिखाकर राशि आहरण किया जा रहा है, भौतिक सत्यापन में गफलत बाजी से फर्जी खरीदी स जिले की टीआरपी बढा कर वाहवाही लूटने का खेल जिला अफसरों द्वारा खुलेआम हो रहा है। अनेक जगहों पर गोबर के बहने एवं गोबर चोरी होने की शिकायतें थाने में दर्ज कराकर लिपापोती की जा रही है।
श्री अग्रवाल ने दावा किया कि फर्जी खरीदी और फर्जी भुगतान से बड़ा घोटाला किया जा रहा जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

किसान की जमीन को बना दिया गौठान गरीब- किसान लगा रहा कोर्ट के चक्कर।

तखतपुर के नर्मदा खत्री में गौठान निरीक्षण के दौरान किसान ने साक्ष्य प्रस्तुत कर पूर्व मंत्री को बताया कि सरपंच एवं विधायक ने मिलकर 13 एकड़ की सरकारी जमीन को तखतपुर के एक रसूख दार भू माफिया को बेच दिया गया और किसान की जमीन को सरकारी जमीन घोषित कर उसमे गौठान बना दिया।

सरपंच ने कहा कि गांव में एक भी गाय नहीं।

ग्राम के सरपंच से पूछे जाने पर उसने पूर्व मंत्री को बताया कि गांव में कोई गाय ही नहीं सरकार एवं विधायक महोदय के कारण ग्राम में गौठान का निर्माण कराया गया। जिसमें ना तो कोई बाउंड्री वाल है ना ही किसी प्रकार का जमीन में सीमांकन हुआ है।

इस मौके पर राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष हर्षिता पांडेय, पूर्व जनपद नुरीता कौशिक, कौशल दास मानिकपुरी, प्रकाश पाटले, त्रेता नाथ पांडेय, प्रदीप कौशिक, बिहारी साहु, सरजू यादव, राजकुमार यादव, शैलेन्द्र साहु, लव पांडेय, शिव देवांगन, परमेश्वर कैवर्त, निखिल श्रीवास, राम बिहार पटेल, राकेश तिवारी, पंकज तिवारी, रोहित मिश्रा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे ।

Abhitab Namdeo

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