81 महिलाओं को सोनोग्राफी की सलाह दी
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान : जॉच में 251 हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की हुई पहचान
81 महिलाओं को सोनोग्राफी की सलाह दी
जिले में कुल 1519 गर्भवती माताओं की जांच की गई
कवर्धा, 11 अप्रैल, 2023। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत जिले मे 1519 गर्भवती माताओं की जॉच किया गया। जिसमे जिला चिकित्सालय में 180 गर्भवती माताओं की जॉच एवं परामर्श शामिल है। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे एवं सीएमएचओ डॉ सुजॉय मुखर्जी के मार्गदर्शन में इस योजना से गर्भवती माताओं को लाभ मिल रही है। सीएमएचओ डॉ सुजॉय मुखर्जी ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी सरकारी अस्पताल में जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके तहत महीने की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं की जांच कराने का प्रावधान है। यानी कोई भी गर्भवती महिला डिलीवरी होने तक हर महीने 9 तारीख को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर अपनी और अपने गर्भ की जांच करा सकते हैं। इतनी ही नहीं डिलीवरी के समय गंभीर स्थिति होने पर उन्हें उचित इलाज भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि देश में केंद्र सरकार की ओर से गरीब और असहाय लोगों के लिए कई योजनाएं चलाई गई हैं। इन्हीं में से एक है प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान। यह योजना उन महिलाओं के लिए शुरू की गई है जो मजदूरी करती हैं और गर्भवती होने की वजह से काम करने में असमर्थ होती हैं। ऐसे में सरकार उन्हें मुफ्त इलाज देती है।
कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती सृष्टि शर्मा ने बताया कि जिले में शासकीय चिकित्सक के साथ ही निजी चिकित्सालय के विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा इस योजना के तहत सेवाएॅ प्रदान की जा रही है। जिसमें डॉ.व्ही.बक्सी, डॉ. श्रद्धा मिश्रा, डॉ. प्रेमलता जॉगडे़, डॉ. रानी संगीता जैन, डॉ. अजीत राडेकर, डॉ. चारूलता श्रीवास्तव, डॉ. अर्चना कश्यप है, तथा शासकीय चिकित्सक डॉ. दिपाली हटवार, डॉ.श्वेता भारती, डॉ.प्रियंका वर्मा, डॉ जी शालिनी, डॉ.गरिमा साहू, डॉ निहारिका अबस्ट, डॉ अदिती चंद्रवशी, डॉ. अंकिता महापात्रो, डॉ. पुष्पा चंदवंशी, डॉ. पुष्पा खरसन, डॉ. आयुषी तिवारी, डॉ. अनामिका पटेल ने सुरक्षित मातृत्व के तहत सेवाएॅ प्रदान की। उन्होंने बताया कि कुल 1519 गर्भवती माताओं की जॉच हुई है, जिसमे हाई रिस्क प्रेग्नेसी 251 महिलाओं की पहचान हुई, उन्हें उचित खानपान एवं नियमित स्वास्थ्य जॉच के लिए सलाह दिया गया तथा सोनोग्राफी के लिए 81 गर्भवती महिलाओं को रिफर किया गया है। सभी हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को जिला अस्पताल में सोनोग्राफी के लिए भेजा गया और उन्हें उच्च संस्थान में ही डिलवरी कराने प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए पृथक से एक कर्मचारी की व्यवस्था की गई है। डॉ.महेश सूर्यवंशी ने बताया कि जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों के द्वारा जॉच कर परामर्श दिया गया जिसमें प्रमुख रूप से डॉ.अर्जना कश्यप, डॉ.आयुषी तिवारी, रीना सलूजा अस्पताल सलाहकार मंजूला सोनकर काउंसलर, दुर्गेश्वरी निर्मलकर, ममता पाटिल एवं स्टॉफ उपस्थित रहकर सेवाएं प्रदान की है।