ये नन्ही गिलहरी 3 हफ्ते के सफर के बाद पहुंच गई 7 समंदर पार, विलायत में मिलेगा नया बसेरा
लंदन. एक नन्ही गिलहरी एक नाव पर सैकड़ों मील की दूरी तय करने के बाद भारत से स्कॉटलैंड पहुंच गई. बाद में कुछ लोगों ने उसे जहाज पर देखा और फिर उसे बचाकर जानवरों के अस्पताल पहुंचाया गया. सैकड़ों मील की दूरी तय करने के बाद एक नाव पर भारत से स्कॉटलैंड पहुंची इस गिलहरी को एबरडीनशायर में द न्यू आर्क वाइल्डलाइफ हॉस्पिटल, नॉर्थ ईस्ट वाइल्डलाइफ एंड एनिमल रेस्क्यू सेंटर के स्टाफ के सदस्यों ने बचाया.न्यू आर्क ने 30 अगस्त को गिलहरी की तस्वीर के साथ फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया था. इस पोस्ट के उनके पास 29 अगस्त को दो स्थानीय लोगों का फोन आया जो एबरडीन में पेस्ट सोल्यूशन का काम करते हैं. उन्होंने पूछा कि क्या बचाव केंद्र भारत से आई और एक नाव पर देखी गई गिलहरी को लेने के लिए तैयार होगा. कॉल आने के एक घंटे बाद अस्पताल के सदस्यों ने गिलहरी को सुरक्षित रूप से अपने पास रख लिया.गिलहरी को बचाने वाले लोगों ने कहा कि भारतीय गिलहरियों के बारे में उनको शायद ज्यादा जानकारी नहीं है. वैसे भी भारत में गिलहरी की 40 से अधिक विभिन्न प्रजातियां हैं. जिनमें जमीनी गिलहरी से लेकर विशाल उड़ने वाली गिलहरियां तक शामिल हैं. बहरहाल अस्पताल ने कहा कि यह एक भारतीय पाम स्क्वेरल है. जिसे थ्री स्ट्रिप्ड पाम स्क्वेरल भी कहा जाता है. ये देश भर के बगीचों में देखी जाने वाली सबसे आम प्रजाति है. बचाव दल ने इस गिलहरी को जिप्पी उपनाम दिया है. क्योंकि उन्होंने पाया कि यह बेहद सक्रिय, फिट और तेज थी. वन्यजीव अस्पताल के अनुसार जिप्पी अब अच्छी हालत में है और उन्होंने इसके लिए एक नया स्थाई घर तलाशना शुरू कर दिया है.