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*मनियारी के मीडिल स्कूल में दो शिक्षकों के भरोसे बरसों से चल रहा पढ़ाई, एक प्राचार्य तो दूसरा संकुल समन्वयक, ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन ने भेजी एक शिक्षक*

*(ज़िला एवं विकासखण्ड शिक्षा प्रशासन के वास्तविकता की खुली पोल, मनियारी के स्कूल को नही मिला समस्या से पूर्णतः निजात)*

 

*बेमेतरा/बेरला:-* ज़िला के बेरला विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम मनियारी स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दशकों से शिक्षकों की कमी का एक बड़ा गम्भीर मामला प्रकाश में आया है। जिसके कारण स्कूल में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की पढाई व्यवस्था पर लगातार व्यापक असर पड़ने के साथ उनके भविष्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है।साथ ही साथ यह जिला प्रशासन एवं शिक्षा व्यवस्था की असलियत का आईना विभाग पर सवालिया निशान उठा रहा है।इसके बावजूद ज़िला व विकासखण्ड प्रशासन के जिम्मेदार आला -अफसर ज़रा भी ध्यान नही दे रहे है, जो बच्चों के पालकों के लिए बड़ा चिन्ता का विषय बना हुआ है।स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मुताबिक स्कूल में शिक्षकों कमी को पूरा करने लगातार शिक्षको किया गया जिसके बाद सिर्फ एक ही शिक्षक का व्यवस्था स्कूल में कराकर शिक्षा विभाग फजीहत से बचने की कोशिश कर रहा है।चूंकि मनियारी के स्कूल में यह शिक्षा व्यवस्था से काफी समय से चलायमान थी जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई व्यवस्था के साथ लगातार खिलवाड़ होता आ रहा है और वही सम्बन्धित अधिकारियों की नाकामी जगजाहिर हो नज़र आ रही है।

 

बताया जा रहा है कि हफ्तेभर पूर्व गांव यह पूर्व माध्यमिक स्कूल में काफी लंबे समय से मात्र दो शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रहा था। जिसमे एक शिक्षक प्रशांत कुमार राजपूत वर्तमान में स्कूल का प्राचार्य है तो दूसरा शिक्षक- दुर्गादास चेलक वर्तमान में संकुल समन्वयक का जिम्मेदारी भी सम्भाल रहा है। लिहाजा दोनो शिक्षक जैसे- तैसे करके ग्राम मनियारी में लगातार विद्यार्थियों को पढ़ाते आ रहे थे, जिसमे पालकों एवं जनप्रतिनिधियों की मांग पर एक और शिक्षक को भेजा गया है, जिसके बावजूद शिक्षक की कमी गाँव की एक बड़ी समस्या बनी हुई है। जिसमें अगर देखा जाए तो मनियारी के पूर्व माध्यमिक की सभी तीनों कक्षाओं की विषयवार 18 पीरियड हो रहे है,वही दोनो शिक्षक अतिरिक्त जिम्मे का दारोमदार होने के बावजूद अपनी जवाबदेही के कारण पढाने को कुछ दिनों तक मजबूर थे। फलतः देखा जाए तो वर्तमान में ग्राम मनियारी के मिडिल स्कूल में शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है, जिस पर जिला एवं विकासखंड शिक्षा प्रशासन को गम्भीरता से ध्यान देने की जरूरत है।

 

चूंकि मनियारी गाँव स्थित पूर्व माध्यमिक स्कूल में वर्तमान समय पर गणित, अंग्रेजी एवं विज्ञान सरीखे महत्वपूर्ण विषयों की पढ़ाई पर शिक्षकों की कमी का सीधा असर पड़ रहा है, जिससे इस विषयो के सम्बंन्ध में छात्रों को ज्ञान की कमी भी देखी जा रही है। इस सम्बंध में विगत पूर्व में विद्यार्थियों के पालकों के रूप में कन्हैया ला महिलांगे, गिरधारी निषाद, प्रह्लाद नेताम, नरेश साहू, तिहारु चक्रधारी, व्यास साहू, ईश्वर साहू इत्यादि ने शिक्षकों की कमी को लेकर जल्द व्यवस्था कराने की मांग कर चुके थे, जिसके फलस्वरूप एक शिक्षक की ही पूर्ति की गई है। जिसमे इस सम्बंध में ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ जहां ज़िला मुख्यालय बेमेतरा से लगे निकटवर्ती गाँव स्थित प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की संख्या दहाई का आंकड़ा भी पार कर रही है वही ज़िला एवं विकासखण्ड मुख्यालय से दूरस्थ इलाकों में शिक्षा व्यवस्था की काफी दुर्गति एवं खस्ताहाल है। बताया जा रहा है कि जिला कलेक्टर एवं शिक्षा अधिकारी समय समय पर सिर्फ गाँवो एवं स्कूल भवनों का निरीक्षण व अवलोकन करने आते है। वास्तविकता पर ज़रा भी ध्यान उनके द्वारा नह दिया जाता है, जिससे इस तरह की परिस्थितियां एवं विसंगतियां उत्पन्न होती है।

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दरअसल मेरे द्वारा स्कूल में पढ़ाने के साथ-साथ प्राचार्य होने के कारण स्कूल का रोजमर्रा का कार्य भी करना पड़ता है, वही कभी-कभी एक प्रशिक्षण एवं अवकाश पर एकमात्र शिक्षक के भरोसे रहता था, जिसमे अब एक शिक्षक के आने से कार्य मे थोड़ी राहत मिली है।

*०प्रशन कुमार राजपूत०*

*(प्राचार्य-शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय मनियारी)*

 

चूंकि स्कूल में शिक्षक की कमी पूर्व के समय से रही है। जिसमे संकुल समन्वयक होने के बावजूद मेरे द्वारा स्कूल में तीन पीरियड लिया जाता रहा है, वही शिक्षकों के कमी को लेकर विकासखंड शिक्षा कार्यालय बेरला को समस्या से अवगत करा दिया गया था।जिसमें फिलहाल बीईओ प्रशासन ही इस सम्बंध में उचित जानकारी दे पाएंगे।

*०दुर्गादास चेलक०*

*(संकुल समन्वयक-मोहभट्ठा/मनियारी स्कूल)*

 

“‘इस सम्बंध में निकटवर्ती ग्राम मोहभट्ठा में आयोजित विगत 06 जुलाई 2022 को अनुविभाग स्तरीय जनचौपाल शिविर में स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर आवेदन दिया गया था, जिस पर सिर्फ नाममात्र शिक्षक भेजकर समस्या के सामाधान के लिए कोई खास पहल या प्रयास प्रशासन द्वारा नही किया गया है।””

*०श्यामू राम साहू०*

*(सरपंच-ग्राम पंचायत मनियारी)*

GAUTAM BEMTRA

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