भोरमदेव महोत्सव में कथत्क नृत्य, छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के साथ स्कूली बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुति
भोरमदेव महोत्सव के दूसरे दिन सारेगामापा विजेता इशिता विश्वकर्मा और छत्तीसगढ़ी लोकगायिका श्रीमती अल्का चंद्राकर की गीतों की महफिल से सजा मंच
भोरमदेव महोत्सव में कथत्क नृत्य, छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के साथ स्कूली बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुति
बॉलीवुड, छत्तीसगढ़ की लोक पारंपरिक गीत-संगीत के साथ हुआ भोरमदेव महोत्सव का विधिवत समापन
कवर्धा, 21 मार्च 2023। छत्तीसगढ़ की लोक-पारंम्परिक लोकगीत तथा बॉलीवुड की सुपर-डूपर हिन्दी फिल्मों की गाने के साथ कबीरधाम जिले में आयोजित भोरमदेव महोत्सव वर्ष 2023 का विधिवत समापन हुआ। महोत्सव के दूसरे दिन आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ विधिवत हुआ। छत्तीसगढ़ कबीरधाम की ऐतिहासिक, पुरात्तविक, धार्मिक, पर्यटन और जन आस्था का केन्द्र के नाम से प्रत्येक वर्ष यह आयोजन होते आ रहा है। यह 27 वां भोरमदेव महोत्सव था। महोत्सव समापन से पूर्व बाबा भोरमदेव मंदिर के शिव जी का विधिवत प्रातः काल महाअभिषेक, एक हजार नामों से सहस्त्रार्चन,रूद्राभिषेक, विशेष श्रृंगार आरती की गई। दूसरे पहर शायं काल में सहस्त्रधारा से महाभिषेक, श्रृंगार महाआरती-भस्म आरती, शिव सरोवर के सामने भगवान वरूण देव का पूजन, दीपदान, गंगा आरती की गई। भोरमेदव महोत्सव के द्वितीय दिन समापन समारोह के विशेष अतिथि के रूप में मां महामाया मंदिर के पुजारी अमित दुबे, मां सिंहवाहिनी मंदिर के पुजारी श्री अजय सिंह ठाकुर, मां काली मंदिर पुजारी श्री शंकर पाण्डेय, श्री राम मंदिर बोडला के पुजारी श्री हरि पाठक, मां महामाया मंदिर पंडरिया के पुजारी श्री प्रयास पाठक, चरणतीथ बोड़ला श्री नन्दूलाल और ग्राम भैंसाडबरी पंडरिया श्री बड्डूलाल सड़िया तथा कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह, डीएफओ श्री चूड़ामणि सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप कुमार अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे।
भोरमदेव महोत्सव में दूसरे दिन मंदिर प्रांगण पर 12 से 12.30 बजे के बीच मनोहर भास्कर के द्वारा पंथी गीत भजन, 12.30 बजे से 1.15 के बीच सुखचंद पटेल के द्वारा भजन मंडली, 01.15 से 02 के बीच रामकृपाल द्वारा जसगीत, 02 से 02.45 के बीच शेखर धुर्वे एवं साथी द्वारा जसगीत/शिव भजन, 02.45 से 3.30 के बीच शिवकुमार यादव द्वारा बांसगीत, 3.30 से 04 के बीच पीलाराम साहू द्वारा रामायण/जसगीत, 04 से 04.30 बजे तक सरस्वती विश्वकर्मा द्वारा पण्डवानी और 4.30 से 05 बजे के बीच नीता मानिकपुरी द्वारा भजन/जसगीत की शानदान प्रस्तुति दी।
महोत्सव स्थल पर स्कूली बच्चों के आयोजन के साथ सांस्कृतिक कार्याक्रमों का शुभारंभ हुआ। इसके बाद खैरागढ़ के डॉ. नीता राजेन्द्र सिंह ने कत्थक नृत्य की प्रस्तुति दी। श्री गुरूदास मानिकपुरी छत्तीसगढ़ लोकगीत की प्रस्तुति देते हुए कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। भाटापारा के सुश्री अंशिका चौहान ने सुगम संगीत की प्रस्तुति दी। ग्राम दुल्लापुर के गोलू दिवाना ने लोक संगीत की प्रस्तुति देते हुए महोत्सव में आए दर्शकों का मन मोहा। रायपुर से आए डॉ. आरती सिंह ने कत्थक नृत्य की प्रस्तुति देते हुए भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई। इसके बाद सारेगामापा विजेता सिंगर सुश्री इशिता विश्वकर्मा एवं एवं उनकी पूरी टीम की सुपर-हिट गीत संगीत की प्रस्तुति देकर महोत्सव का शमा बांधा। वहीं महोत्सव के समापन अवसर पर छत्त्तीसगढ़ के लोकप्रिय गायिका श्रीमती अल्का चंद्रकार ने अपनी प्रस्तुति में छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति और धार्मिक गीतों की प्रस्तुति देकर छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति को आगे बढ़ाया और मंच का मान बढ़ाया।
भोरमदेव सनातन तीर्थ ट्रस्ट की ओर से कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे एवं पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह ने महोत्सव के समापन अवसर उपस्थित सभी विशेष अतिथियों एवं कलाकारों को भोरमदेव महोत्सव वर्ष 2023 को प्रतिक चिन्ह, शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर क्रेडा के सदस्य श्री कन्हैया अग्रवाल, कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि कुमार शर्मा, बोडला जनपद उपाध्यक्ष श्री सनत जयसवाल, श्री मोहित महेश्वरी, एल्डर मेन श्री दलजीत पहुआ ,एवं अन्य गणमान्य नागरिक सहित वनमण्डलाअधिकारी श्री चुड़ामणि सिंह, अपर कलेक्टर श्री इंद्रजीत बर्मन, संयुक्त कलेक्टर डॉ. मोनिका कौड़ो, सुश्री दिप्ती गौते, एसडीएम कवर्धा श्री पीसी कोरी, बोड़ला श्री संदीप ठाकुर, पंडरिया श्री डीआर डाहिरे, डिप्टी कलेकटर श्री संदीप ठाकुर, सुश्री आकांक्षा नायक, श्रीमती लेखा अजगल्ले विशेष रूप से उपस्थित थे। मंच संचालन श्री अवधेश नंदन श्रीवास्तव एवं श्रीमती मीरा देवांगन ने किया।