*आज धान बेचने आए किसान प्रेमचंद साहू बोले धान बेचने की प्रक्रिया पहले से अधिक सुगम और पारदर्शी*
*(अब हम बिचौलियों पर निर्भर नहीं, धान केंद्र पर अच्छी व्यवस्था और कर्मचारियों का सहयोग भी प्रशंसनीय)*
बेमेतरा:- पूरे छत्तीसगढ़ सहित बेमेतरा जिले में पिछले 14 नवंबर से खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 हेतु समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत हुई। जिलें में वर्तमान में 129 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से आज 24 नवंबर तक 19605 किसानों से 103646.24 मीट्रिक टन धान की ख़रीदी की जा चुकी है। सोमवार को प्रेमचंद साहू ग्राम सिंघौरी बेमेतरा धान बेचने आए उन्होंने बताया कि इस बार समर्थन मूल्य पर धान बेचने की प्रक्रिया पहले से अधिक सुगम और पारदर्शी से चल रही है। ऑनलाइन टोकन प्रणाली के कारण उन्हें लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ा। उन्होंने आज सोमवार को 98 कट्टा धान बेचे है, पिछले साल भी इतना ही बेचा था। पैसों का उपयोग खेती में ही करते है। भुगतान की प्रक्रिया भी जल्दी शुरू हो जाती है। उन्होंने कहा, “केंद्र पर अच्छी व्यवस्था और अधिकारियों का सहयोग देखकर खुशी हुई। अब हमें बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।”कर्मचारियों के सहयोग भी प्रशंसा की। उनका कहना है कि उनके कुछ साथी किसानों ने पहले दिन धान बेचा उनका भुगतान समय के भीतर हो गया। धान बेचा और 4 दिनों के भीतर ही उनके खाते में राशि जमा हो गई। उन्होंने कहा, “यह पहल किसानों के लिए बड़ी राहत है और हमें समय पर हमारा भुगतान मिल रहा है।”
पूनम सिंह ग्राम सिंघौरी ने कहा कि इस बार समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए मंडी में लंबी कतारों से बचने के लिए पहले से स्लॉट बुकिंग की व्यवस्था हुई। सरकार द्वारा 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान धान खरीदी की जा रही है। हम किसानों को बड़ी राहत है। समर्थन मूल्य भी 3100 रुपये है। उन्होंने 130 क्विंटल धान (325 कट्टा) बेचा और भुगतान की राशि 3 दिनों में उनके खाते में आ जाएगी। उन्होंने कहा, “कृषि विभाग का यह प्रयास सराहनीय है। इससे हमारी मेहनत का सही फल मिल रहा है।”इन किसानों ने सरकार और जिला प्रशासन की इस पहल की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि ऐसी सुविधाएं भविष्य में भी जारी रहेंगी। पिछले साल उन्होंने कट्टा धान बेचा था। खेती किसानी के अलावा पारिवारिक कार्यों में राशि का उपयोग करते है। नम्मू साहू सिंघोरी,बेमेतरा अन्य किसानों ने भी प्रतिक्रिया में कहा कि सरकार ने किसानों पैसों की सुविधा के लिए उपार्जन केन्द्रों के माईक्रोएटीएम से 2000 रूपए से लेकर 10 हजार रूपए तक की राशि निकालने की सुविधा दी है। जो हम जैसे छोटे किसानों को काफ़ी लाभ दायक है। छोटे कार्यों के लिए भुगतान आदि के लिए तुरंत पैसा नक़द मिल जाता है।